श्रीगंगानगर जिले में नरमा खरीद के 7 केंद्र, केसरीसिंहपुर मंडी को किया गया बाहर
श्रीगंगानगर जिले में नरमे की सरकारी खरीद के लिए 7 केंद्र बनाए गए, जबकि केसरीसिंहपुर मंडी को सूची से बाहर रखा गया। किसानों और व्यापारियों ने केंद्र खोलने की मांग की।
नरमे की फसल की सरकारी खरीद में वंचित रह सकता है केसरीसिंहपुर, किसानों और व्यापारियों में आक्रोश
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में इस वर्ष नरमे की फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए सात केंद्र बनाए गए हैं, जबकि केसरीसिंहपुर मंडी को इसमें शामिल नहीं किया गया है। इस फैसले से केसरीसिंहपुर क्षेत्र के किसानों और व्यापारियों में आक्रोश है। उनका मानना है कि इससे मंडी में नरमे की आवक कमजोर हो जाएगी और व्यापारिक गतिविधियों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
सरकार द्वारा जारी सूची के अनुसार, श्रीगंगानगर जिले में श्रीगंगानगर, पदमपुर, श्रीकरणपुर, भगवानगढ़, सूरतगढ़, सादुलशहर, और गजसिंहपुर में खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह अनूपगढ़ जिले में 6 और हनुमानगढ़ जिले में 8 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं। राज्य में कुल मिलाकर 36 केंद्रों पर नरमा-कपास की फसल की खरीद की जाएगी। समर्थन मूल्य (MSP) गुणवत्ता के अनुसार 7121 रुपए और 7521 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है।
जिला | केंद्रों की संख्या | स्थान |
---|---|---|
श्रीगंगानगर | 7 | श्रीगंगानगर, पदमपुर, श्रीकरणपुर, भगवानगढ़, सूरतगढ़, सादुलशहर, गजसिंहपुर |
अनूपगढ़ | 6 | रायसिंहनगर, श्रीविजयनगर, जैतसर, अनूपगढ़, खाजूवाला, घड़साना |
हनुमानगढ़ | 8 | हनुमानगढ़ जंक्शन, हनुमानगढ़ टाउन, पीलीबंगा, गोलुवाला, रावतसर, नोहर, भादरा, संगरिया |
केसरीसिंहपुर मंडी को केंद्र से बाहर रखने से नाराजगी
केसरीसिंहपुर क्षेत्र के किसानों और व्यापारियों का मानना है कि उनका क्षेत्र उच्च गुणवत्ता वाले नरमे का उत्पादन करता है, और यहां पिछले वर्षों में सरकारी खरीद केंद्र मौजूद रहे हैं। व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिल मोहत्ता और सचिव मुकेश गोयल ने सीसीआई के महाप्रबंधक, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर केसरीसिंहपुर में भी खरीद केंद्र खोलने की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि पिछले वर्ष गुलाबी सुंडी के प्रकोप के बावजूद केसरीसिंहपुर में 38,556 क्विंटल नरमे की खरीद हुई थी।
व्यापारियों का तर्क है कि इस वर्ष सुंडी का प्रकोप न के बराबर है और मौसम भी अनुकूल है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि बाजार में अच्छी गुणवत्ता का नरमा आएगा। इसलिए, केसरीसिंहपुर में एमएसपी पर नरमे की खरीद के लिए केंद्र खोला जाना चाहिए।
किसानों और व्यापारियों की चिंताएं
किसानों और व्यापारियों का मानना है कि सरकारी खरीद केंद्र की अनुपस्थिति से केसरीसिंहपुर मंडी में नरमे की आवक कम हो सकती है, जिससे किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए अन्य केंद्रों की ओर जाना पड़ेगा। यह स्थिति किसानों के लिए आर्थिक और समय की दृष्टि से घाटे का सौदा साबित हो सकती है।
मंडी समिति के सचिव दीपक अग्रवाल ने बताया कि व्यापार मंडल की मांग से उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया है, और इस मामले में उचित कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
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